स्टॉक मार्केट में साइडका और सर्किट ब्रेकर शेयर की कीमतों में अचानक बदलाव के समय निवेशकों के नुकसान को रोकने के लिए एक उपकरण हैं।
साइडका शेयर इंडेक्स में बदलाव के समय प्रोग्राम ट्रेडिंग को अस्थायी रूप से रोककर अत्यधिक उतार-चढ़ाव को रोकता है, और सर्किट ब्रेकर शेयर की कीमतों में अचानक तेजी या गिरावट के समय सभी ट्रेडिंग को रोककर पैनिक सेलिंग को रोकता है।
दोनों सिस्टम बाजार को स्थिर करने और निवेशकों की सुरक्षा के लिए उपयोग किए जाते हैं, और बाजार की स्थिति के अनुसार इनका उचित उपयोग किया जाता है।
शेयर बाजार में साइडकार और सर्किट ब्रेकर को समझना
शेयर बाजार में कभी-कभी अप्रत्याशित बड़ी अस्थिरता के कारण निवेशकों को बड़े नुकसान से बचाने के लिए उपाय किए जाते हैं। इनमें से 'साइडकार' और 'सर्किट ब्रेकर' शेयर बाजार में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आइए इन दोनों प्रणालियों की तुलना संक्षेप में करें।
साइडकार (Sidecar) साइडकार एक ऐसा उपाय है जो शेयर मूल्य सूचकांक में अल्पावधि में तेजी से बदलाव आने पर प्रोग्राम ट्रेडिंग को अस्थायी रूप से रोक देता है। इसका उपयोग शेयर मूल्य में अत्यधिक उतार-चढ़ाव को रोकने और बाजार को स्थिर बनाए रखने के लिए किया जाता है।
सर्किट ब्रेकर (Circuit Breaker) सर्किट ब्रेकर शेयर बाजार में शेयर मूल्य में तेजी या गिरावट आने पर सभी शेयरों के व्यापार को अस्थायी रूप से रोकने का एक उपाय है। इसका उपयोग बाजार में तेजी से गिरावट के कारण होने वाले पैनिक सेलिंग को रोकने और निवेशकों को कुछ समय देने के लिए किया जाता है।